सोमवार, 25 अक्तूबर 2010

गार्ड की बीवी

भँवर चौधरी अब 22का हो गया
घरवालो ने शादी कर दी पर घर की मुर्गी दाल बराबर
आज भी तन ओर मन बाहर लगा रहता
मै राईकाबाग कालोनी के रेल क्वाटर मे रहने लगा था
सामने क्वाटर मे 1रेलवे गार्ड रहता
उसकी बिवी मुजे रोज देख कर मुस्कराया करती
गार्ड 1रात ड्युटी पर गया मै बाहर ब्रुश कर रहा था उसके कमरे से रोशनी
दिखी तो देखा कि वो अपने कपङे उतार कर नाईटी पेहन रही थी
जानबूज कर दरवाजा खुला रखा था उसने
मैने जोर से आह किया तो वो तपाक से दरवाजा बँद करने भागी
लेकिन फिर थोङा खोलकर देख रही थी
कि भँवर जाट अँदर गया कि नही
लेकिन मे खङा था
अब उसने मुजे देखा फिर ईशारा किया तो मै
उधर गया ओर बोला क्या बात है आँटी
तो बोली आज आपके चाचा रात की डयुटी से गये मुजे अकेली नीँद ना आयेगी मुजे
डर लगता आज रात आप मेरे ईधर सो जाओगे
अँधे के हाथ बटेर मैने अपना कमरा बँद किया ओर चला गया
आधी रात बाद देखा उसकी नाईटी घुटनो के उपर तक सरक चुकी थी
मै उठ कर बाथरुम गया
वापस आयी तो वो करवट बदलकर लेट गयी अब पेँटी ज्यादा उपर थी फिर क्या था
मैने न्यौता समझ कर उसके पँलग पर लेट गया बाद मे पता चला की वो चुदाई की
पहल मेरी तरफ से करना चाहती थी 1एक करके कपङे उतरते गये
गार्ड गाङी खीच रहा था मै भाभी कि साङी
सारी रात 3बार चुदाई की ओर वो बोली पति रात भर गाङी पर जाते मेरी रात नही
कटती अब जब भी गार्ड की नाईट ड्युटी आती मै चला जाता आँटी के साथ खेलने
बहुत मजा आता यार अब मन करता की हर गार्ड की क्वाटर के सामने घुमा करु
आपका
भँवर सिरवाण
सालवा कल्ला वाला

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